Know About The Interesting Solar System :-
जब हम स्पेस की बात करते हैं तो उसमे सौर्यमंडल का नाम पहले आता है ,सूर्य ,उल्का पिंड,ग्रहों और उपग्रहों के पुरे परिवार को सौरमंडल नाम से जाना जाता है | हमारा सौरमंडल लगभग 4.5 अरब वर्ष पुराना है जो अपने अंदर कई रहस्यों को छिपाये हुये जिसे जानने में हमें न जाने कितने वर्ष लग सकते हैं |
इस पोस्ट में हम उनसे जुडी उन्ही रोचक तथ्यों और रहस्यों के बारे में जानेंगे ||
* सौर्यमंडल में ग्रहों की संख्या 8 है जो पुरे समय सूरज का चक्कर लगाते रहते हैं |
* 8 ग्रहो के अलावे एक और ग्रह था प्लूटो जिसे काफी छोटा होने के कारण वैज्ञानिकों ने उसे ग्रहों की गिनती से हटा दिया |
* सूर्य हमारी ग्लैक्सी से लगभग 30000 प्रकाश वर्ष दूर है और जो 250 KM/SEC की रफ्तार से उसके चारो ओर घूमते रहता है |
* सूर्य ,सौरमंडल का सबसे मुख्य सदस्य है जो आग के एक गेंद के समान है जो पूरी तरह से गैस से ही बना हुआ है |सौरमंडल का 99.8 % द्रव्यमान सूर्य में ही निहित है| यह हमारी पृथ्वी से लगभग 109 गुना बड़ा है | यदि सूरज को एक फुटबॉल माना जाये तो पृथ्वी एक मटर के दाने के समान होगी |
* बुध(Mercury) -सौर मंडल में सूरज का चकर लगाने वाले ग्रहो में बुध का पहला स्थान है जो सबसे छोटा ग्रह है |शुक्र के बाद सबसे गर्म ग्रह है | इसकी सतह चन्द्रमा से मिलती है यह सबसे ज्यादा घनत्व (खनिज) वाला ग्रह है|
* शुक्र(Venus )ग्रह का नाम संदौर्य की रोमन देवी के नाम पर रखा गया है |यह ग्रह सूरज का चक्र लगाने वाले ग्रहों में दूसरे स्थान पर है जो सबसे गर्म ग्रह है इतना की तापमान 425 डिग्री तक पहुंच जाता है जो लेड धातु को भी पिघला दे |सूर्य का प्रकाश लगभग 6 min में इसकी सतह तक पहुँचता है |इसका कोई भी उपग्रह नहीं है तथा इसके घूमने की दिशा पूर्व से पच्छिम जो बाकि ग्रहों से अलग है |सतह पर सल्फ्यूरिक अम्ल कुछ गैसों के बादल बिछे हुए हैं और ज्वालामुखी का भंडार है जितना की किसी और ग्रह पर नहीं है | यह इतना ज्यादा चमकीला है की इसे पृथ्वी की सतह से दिन में देखा जा सकता है इसे भोर का तारा भी कहा जाता है |इस ग्रह का आकर और कुछ समानताये लगभग पृथ्वी के समान होने के कारण इसे पृथ्वी की बहन भी कहा जाता है |
* पृथ्वी (Earth)सूर्य का चक्र लगाने वाले ग्रहों में पृथ्वी का तीसरा स्थान है जिसपर मात्र जीवन जीने के लिए सभी पारिस्थितिक मौजूद है |इसका जन्म 4.5 अरब वर्ष पहले हुआ था | ये आकार में 5वाँ बड़ा ग्रह है| इसके 97% पर खारा पानी है तथा 3% पर ही मीठा जिसमे से 2%पानी जमा हुआ है और मात्र 1% पानी ही पिने योग्य है |जिसकारण इसे नीला ग्रह भी कहा जाता है | सूर्य के प्रकाश को पृथ्वीपर पहुँचने में लगभग 8 min 20 sec का समय लगता है |इसका एकमात्र उपग्रह है चन्द्रमा | यह अपने अक्ष पर 23 1/2 डिग्री झुकी हुई है|
* मंगल (Mars) सूर्य का चक्र लगाने वाले ग्रहों में मंगल चौथा और आकर में दूसरा सबसे छोटा ग्रह है | मंगल ग्रह के चट्टान और मिट्टी में आयरन ऑक्साइड रसायन के पाए जाने के कारण इसकी सतह लाल दिखती है जिस कारण इसे लाल ग्रह भी कहा जाता है | इसकी सतह का गुरुत्वाकर्षण बल पृथ्वी से बहुत ही कम लगभग 37% है जिस कारण हमारा वजन पृथ्वी की तुलना में मंगल पर आधे से भी कम हो जाता है यदि धरती पर हम 45 kg के होंगे तो मार्स पर मात्र 17 kg ही रहेंगे|यह अपने अक्ष पर 25.19 डिग्री झुकी हुई है | इसका तापमान लगातार बदलते रहता है ठण्ड में बहुत ही ज्यादा ठण्ड और गर्मी में बहुत ही ज्यादा गर्मी होती है | यहा का 1 साल पृथ्वी के 687 दिन के बराबर होता है | इसके दो उपग्रह हैं |
* वृहष्पति(Jupiter) सूर्य का चक्र लगाने वाले ग्रहों में 5वॉ और आकर में सबसे बड़ा ग्रह है इतना बड़ा की बाकि ग्रहों को मिला दिया जाये तो वो भी इससे छोटे ही होंगे |यह बहुत ही ठंडा और गैसों से बना ग्रह है,इसपर लगभग 90%हाइड्रोजन और 10%हीलियम बाकि कुछ मीथेन और अमोनिया है | इसकी चुंबकिये शक्ति बहुत बजबूत है इसपर हमारा वजन पृथ्वी से 3 गुणा ज्यादा होता है | इसे देखने के लिए किसी यंत्र की जरूरत नहीं होती है |इसके 79 उपग्रह हैं |सूर्य का चक्र लगाने में 11 वर्ष और 9 महीने लगते हैं | सूर्य क प्रकाश इस तक 45 min में पहुँचता है |
* शनि(Saturn) यह 6वें स्थान का ग्रह है जो वृहस्पती के बाद का बड़ा ग्रह है | इसके 82 उपग्रह हैं | इसकी खोज खगोल वैज्ञानिक गैलीलियो गैलिली ने 1610 ईसवी में की | इसके चारो ओर छल्ले हैं जिसे मात्र एक दूरबीन की मदद से देखा जा सकता है| इसकी सतह हाइड्रोजन ,हीलियम और कुछ बाकि कुछ गैसों से बना हुआ है | इसका घनत्व पानी से भी कम है जिसकारण यह पानी के ऊपर भी तैर सकता है |
* अरुण(Uranus) यह 7वें स्थान का ग्रह है जो आकर में तीसरे स्थान पर है जिसकी खोज 1781 sir william herschel ने की और यूरेनस नाम प्राचीन ग्रीक देवता के नाम पर रखा गया |इसकी घूमने की दिशा बाकि ग्रहों से अलग और शुक्र के समान पच्क्षिंम से पूर्व है | इसकी सतह भी शनि और वृहस्पति के समान गैसों से बना है मीथेन गैस की अधिकता के कारण यह नीला दिखता है | इसे सूर्य का चक्र लगाने में 84 पृथ्वी वर्ष लगते हैं | यह अपने अक्ष पर 97 डिग्री झुकी है | इसके लगभग 27 उपग्रह हैं|
* वरुण(Neptune) यह सूर्य से सबसे दूर का ग्रह है जो आकर में 4 वें स्थान का बड़ा ग्रह है | इसकी सतह कई हाइड्रोजन ,मीथेन और हीलियम जैसी गैसों से बनी है | यह 164 वर्ष और 79 दिन में सूर्य का एक चक्र पूरा करता है | इसका तापमान लगभग -214degree सेल्सीअस है | काफी दुरी पर स्थित होने के कारण इसे नग्न आँखों से देख पाना मुश्किल है | अबतक केवल नासा ने ही 1977 में यहाँ अपना स्पैक्रॉफ्ट भेजा है बाकि अबतक कोई भी वहा नहीं पहुंच सका है|
No comments:
Post a Comment